Day: May 10, 2010
कषाय
May 10, 2010
आत्मा को कषित अर्थात् घाततीं हैं क्योंकि दुर्गति में ले जातीं हैं । तत्वार्थ सुत्र टीका – पं. कैलाशचंद्र जी
आत्मा को कषित अर्थात् घाततीं हैं क्योंकि दुर्गति में ले जातीं हैं । तत्वार्थ सुत्र टीका – पं. कैलाशचंद्र जी
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