Month: June 2010

शरीरों की सीमा

आहारक और मनुष्यों के शरीर – मनुष्य लोक तक ही जा सकते हैं । देवों के वैक्रियक शरीर – त्रसनाली तथा सोलहवें स्वर्ग से तीसरे

Read More »

Patience

Patience with friends is love, Patience with others is respect, Patience with self is confidence, Patience with God is faith. (Dr P.N.Jain)

Read More »

मिश्र-गुणस्थान

कोई पत्नि पति के प्रति पूर्ण समर्पित हो, सेवा और प्रेम में कोई कसर नहीं, पर दूसरे पुरुष से भी प्रेम करती हो ।

Read More »

पुण्य का खाता

करैया गांव में पंचकल्याणक हुआ । लालमणी भाई उस समय 10 वर्ष के थे और जलूस में हाथी पर बैठने की जिद करने लगे ।

Read More »

आत्मबल

आजकल आत्मा दुर्बल होती जा रही है, क्योंकि उसका भोजन उसे नहीं मिल रहा है । क्षु. श्री गणेश वर्णी जी

Read More »

Change

A great saying by Shakespear : I LOVE PHOTOS “Because the best thing about them is that, it never changes.” Even when people in it

Read More »

चल, मल, अगाढ़ दोष

प्रश्न :- क्या ये दोष सम्यग्दर्शन प्रकट हुये बिना उदय होंगे ? श्रीमति रिंकी उत्तर :- तेज आग की लपटें उठ रहीं हों, तो चिंगारियां

Read More »

Short Cut

Short cut अपनाने से, जीवन Cut short हो जाता है । चिंतन

Read More »

क्षायिक सम्यग्दर्शन

कोई सीधे राजा नहीं बनता, पहले राजकुमार पैदा होता है, फिर युवराज बनते हैं, तब राजा । ऐसे ही पहले उपशम सम्यग्दर्शन, फिर क्षयोपशमिक और

Read More »

मंगल आशीष

Archives

Archives

June 15, 2010