Day: July 11, 2010
क्षायिक सम्यग्दर्शन की स्थिति
July 11, 2010
संसारी जीव के लिये – जघन्य स्थिति – अन्तर्मुहूर्त होती है । उत्कॄष्ट स्थिति – आठ वर्ष, एक अन्तर्मुहूर्त कम, दो पूर्व कोटी होती है ।
जीवन
July 11, 2010
जीवन बांसुरी जैसा है, जिसमें बहुत से छेद (कमियाँ) हैं, अंदर से खोखली है (सार नहीं है) । यदि सही छेद को, सही समय पर
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