Day: July 19, 2010
प्रारम्भ
July 19, 2010
अंधेरे में माचिस तलाशता हुआ हाथ, अंधेरे में होते हुये भी अंधेरे में नहीं होता ।
चैत्य-वृक्ष
July 19, 2010
चैत्य-वृक्ष वनस्पतिकाय नहीं, पृथ्वीकाय होते हैं । ये जीवों की उत्पत्ति और विनाश में भी निमित्त बनते हैं, ये जीव भी पृथ्वीकायिक ही होते हैं।
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