Day: October 30, 2014
तीसरा गुणस्थान
October 30, 2014
सादि मिथ्यादृष्टि तो तीसरे गुणस्थान में जा सकता है, अनादि नहीं । क्योंकि अनादि के सम्यक प्रकृति सत्ता में होती ही नहीं तो उदय में
गति/ठहराव
October 30, 2014
वादविवाद में अटकन है/ठहराव है, भक्ति में गति । जिसके प्रति भक्ति की जायेगी, गति वहीं तक होगी जैसे दुकान के प्रति तो वहाँ तक,
Recent Comments