Month: February 2021
पाप
प्रवचनसार-गाथा-233 में >> हिंसा से प्रमाद व कर्मबंध कहा और गाथा 234 में परिग्रह होने मात्र से हिंसा और कर्मबंध कहा है, बाकी 3 पापों
बोध
वृद्धावस्था में मकान बेचकर उसी में किरायेदार बन कर रहें, इस commitment के साथ कि जब खाली करने को कहा जायेगा तब खाली कर दूंगा
तीर्थंकर की माता के स्वप्न
हाथी – उत्तम पुत्र होगा उत्तम बैल – समस्त लोक में ज्येष्ठ सिंह – अनन्त बल से युक्त माला – समीचीन धर्म का प्रवर्तक लक्ष्मी
धनवान
एक बार बिलग्रेट्स से पूछा – क्या आपसे भी ज्यादा धनवान कोई है ? बिलगेट्स – हाँ, एक अखबार बेचने वाला मुझसे भी ज्यादा धनवान
शांतिनाथ आदि की प्रतिमायें
शांतिनाथ, कुंथुनाथ, अरहनाथ आदि भगवानों की बड़ी प्रतिमायें प्राय: खड़गासन ही क्यों ? तीनों की पद्मासान प्रतिमाओं के लिये गर्भग्रह कितना बड़ा चाहियेगा ! मुनि
शब्द / भाव
सेठ की कोठी के पास ही गरीब की झोंपडी थी । गरीब लडके की माँ मरी तो उसके लड़के ने अपने शब्दों में दुःख ज़ाहिर किया
तप
गन्ने में मिठास तो होती है पर उस मिठास को निकालने के लिये उसे पिलना पडता है । श्रावकों को देव, शास्त्र, गुरु की पूजा,
विषय-भोग
सिनेमा देखते हुये एक व्यक्ति मूंगफली खा खा कर छिलके बगल वाले की जेब में डालता जा रहा था । दूसरी तरफ बैठे मित्र ने
वज्रवृषभनाराच संहनन
ऐसे संहनन के धारक यदि गिर जांय तो आसानी से फ्रेक्चर नहीं होगा ? प्रश्न – आसानी क्यों कहा ? विशेष कारणों/परिस्थितियों में हो भी
विश्वास
संसार में देखभाल कर विश्वास करने की सलाह दी जाती है हालाँकि आइसक्रीम खाते समय यदि तुम गाय के बारे में प्रश्न करने लगे तो
Recent Comments