Day: April 12, 2024
सासादन/ सम्यक्-मिथ्यात्व
April 12, 2024
“सासादन” के साथ “सम्यग्दर्शन” लगाते हैं(सासादन-सम्यग्दर्शन) क्योंकि जीव सम्यग्दर्शन से गिरकर आया है। सम्यक्-मिथ्यात्व में दोनों ओर (सम्यक्त्व तथा मिथ्यात्व) से आता है इसलिये इसका
कर्म
April 12, 2024
कर्म को “बेचारा” कहा है। क्षु.श्री जिनेन्द्र वर्णी जी (बेचारा ही तो है… लम्बे अरसे तक आत्मा में कैद रहता है बिना किसी कसूर के।
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