खुशियाँ बटोरते बटोरते उम्र गुजर गयी, पर खुश ना हो सके ।
एक दिन अहसास हुआ, खुश तो वो लोग हैं जो खुशियाँ बाँट रहे हैं ।
(श्री संजय)
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मानव स्वभाव होता है कि वो दूसरों को देखकर जीता है इसलिए हमेशा दुखी रहता है।
अत: हमें स्वयं को देखकर जीना सीखना चाहिए,
और अगर हम ऐसा करते हैं तो हमेशा खुश रहेंगे और दूसरों को भी खुश रख सकते हैं।
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मानव स्वभाव होता है कि वो दूसरों को देखकर जीता है इसलिए हमेशा दुखी रहता है।
अत: हमें स्वयं को देखकर जीना सीखना चाहिए,
और अगर हम ऐसा करते हैं तो हमेशा खुश रहेंगे और दूसरों को भी खुश रख सकते हैं।