गर्म पानी
पेट सम्मूर्च्छन जीवों की उत्पत्ति का स्थान है, पेट को इन दोषों से रहित रखने के लिये व्रतियों को गर्म पानी पीने को कहा है।
इससे….
1) जिव्हा इन्द्रिय विजय
2) पाचन शक्ति में योगदान
3) प्यास भी कम लगती है
आचार्य श्री विद्यासागर जी
पेट सम्मूर्च्छन जीवों की उत्पत्ति का स्थान है, पेट को इन दोषों से रहित रखने के लिये व्रतियों को गर्म पानी पीने को कहा है।
इससे….
1) जिव्हा इन्द्रिय विजय
2) पाचन शक्ति में योगदान
3) प्यास भी कम लगती है
आचार्य श्री विद्यासागर जी
One Response
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी का कथन सत्य है कि व़तियों को गर्म पानी पीना अनिवार्य है।गर्म पानी पीने से जिव्हा इन्द़िय विजय,यह पाचन शक्ति में योगदान एवं प्यास भी कम लगती है। अतः जीवन में गर्म पानी सभी लोगों को पीना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।