वीर्याचार
चारों प्रकार के आचारों की सुरक्षा के लिये वीर्याचार आवश्यक है।
रूचि पैदा करने से भी वीर्यान्तराय कर्म का क्षयोपशम होता रहता है।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
चारों प्रकार के आचारों की सुरक्षा के लिये वीर्याचार आवश्यक है।
रूचि पैदा करने से भी वीर्यान्तराय कर्म का क्षयोपशम होता रहता है।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
3 Responses
‘वीर्याचार’ ka kya meaning hai, please ?
धार्मिक क्रियायें आचरण से,
पूरी विधि से करना वीर्याचार।
Okay.