विशुद्धि
विशुद्धि कैसे बढ़ायें?
1. स्व-पर हित वाले कर्म करके
2. सन्तुष्ट/निराकुल रहकर
3. प्रतिकूलताओं में समता रखकर
निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
विशुद्धि कैसे बढ़ायें?
1. स्व-पर हित वाले कर्म करके
2. सन्तुष्ट/निराकुल रहकर
3. प्रतिकूलताओं में समता रखकर
निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
One Response
मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने विशुद्वी बढाने के जो उपाय बताऐ गए हैं वह पूर्ण सत्य है! अतः जीवन का कल्याण करना है तो हमेशा विशुद्वी बढाने एवं कायम रखने का प़यास करना परम आवश्यक है!