सत्य
“साँच को आँच नहीं” कहावत कथंचित सीता जी की अग्नि परीक्षा से प्रेरित है, जब उनको अग्निकुण्ड में आँच तक नहीं आयी थी।
निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
“साँच को आँच नहीं” कहावत कथंचित सीता जी की अग्नि परीक्षा से प्रेरित है, जब उनको अग्निकुण्ड में आँच तक नहीं आयी थी।
निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
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2 Responses
मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने सत्य का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए हमेशा सत्य वचन बोलना चाहिए। अतः कम बोलों, मीठा बोलों एवं सत्य बोलों।
सोने जैसा सत्य सदा,
खिलता अग्नि बीच।
सत्य कभी जलता नहीं
है यह अदभुत चीज।।