नियति / भव्यत्व
नियति = समय की अपेक्षा काललब्धि।
भव्यत्व = अंतरंग क्षमता।
पर सिर्फ नियति/ नियतिवाद को मानना मिथ्यात्व है।
क्षु.श्री जिनेन्द्र वर्णी जी
नियति = समय की अपेक्षा काललब्धि।
भव्यत्व = अंतरंग क्षमता।
पर सिर्फ नियति/ नियतिवाद को मानना मिथ्यात्व है।
क्षु.श्री जिनेन्द्र वर्णी जी
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One Response
नियति एवं भव्यत्व का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है।