समता भाव

कहावत… पानी पीने के बाद जात नहीं पूछी जाती।
ताकि समता भाव रहे/ पछतावा न हो।

मुनि श्री प्रमाणसागर जी

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One Response

  1. मुनि श्री प़माणसागर महाराज जी ने समता भाव का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए हर विपत्ति में समता भाव रखना परम आवश्यक है।

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