सोच के भेद
1. सामान्य – बुरे को बुरा माने
2. मध्यम – अच्छे को अच्छा
3. निकृष्ट – अच्छे को बुरा
4. साधु – बुरे को भी बुरा न माने
चिंतन
1. सामान्य – बुरे को बुरा माने
2. मध्यम – अच्छे को अच्छा
3. निकृष्ट – अच्छे को बुरा
4. साधु – बुरे को भी बुरा न माने
चिंतन
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4 Responses
चिंतन में सोच के भेद बताये गये हैं वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में साधु बनने की सोच रखना परम आवश्यक है ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।
‘सामान्य’ aur ‘मध्यम’ me kaise differentiate kiya?Ise clarify karenge, please ?
बुरे को बुरा तो हर कोई कह लेता है पर अच्छे को अच्छा कहना अच्छों का ही काम है।
Okay.