परोपकार
प्रश्न:- मेरे अच्छे कर्मों का इनाम कोई दूसरा ले जाये तो दुःख तो होगा न ?
श्रीमति शर्मा
उत्तर:-
- शुभ कर्म करते ही आपकी भाग्य पुस्तिका में तुरन्त Entry हो जाती है ।
- इस शुभ कर्म का यदि प्रचार प्रसार कराना चाहते हो तो पंड़ाल आदि लगाने का खर्चा कहां से आयेगा ?
आपकी ही पास-बुक से वह खर्चा निकाला जायेगा।
क्या आप चाहते हैं कि आपकी जमा पूंजी कम हो ?
- क्या ये कम है कि आप उस कर्म से और अच्छे इन्सान बन गये ?
One Response
If you are doing good deeds for seeking some reward then obviously it will hurt but if it is selfless then it doesn’t matter who takes the credit.