Busy रहना बुरा नहीं, Busy मानना बुरा है,
Busy जैसा व्यवहार करना बुरा है ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
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2 Responses
यह कथन बिलकुल सत्य है…
आजकल जो व्यवस्था का बख़ान करते हैं, वह हमेशा अस्त-व्यस्त रहते हैं । जो धर्म एवं परमार्थ में व्यस्त रहते हैं,वे कभी थकान महसूस नहीं करते हैं। जो अच्छी चर्चा एवं चिंतन करता है, उसे कभी थकान अथवा भार महसूस नहीं होता; जो इसके विपरीत चलता है, उसको भार लगता है ।
यह कथन बिलकुल सही है…
पहले यह विचार करना है, कि busy किसमें रहना है ।बुरे कामों में या अच्छे-अच्छे कामों में ।जीवन बदलने के लिए, जब तक अच्छे कामों मे busy रहेंगे, तब तक आपको आनंद की अनुभूति होती रहेगी एवं जीवन सार्थक होगा ।
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यह कथन बिलकुल सत्य है…
आजकल जो व्यवस्था का बख़ान करते हैं, वह हमेशा अस्त-व्यस्त रहते हैं । जो धर्म एवं परमार्थ में व्यस्त रहते हैं,वे कभी थकान महसूस नहीं करते हैं। जो अच्छी चर्चा एवं चिंतन करता है, उसे कभी थकान अथवा भार महसूस नहीं होता; जो इसके विपरीत चलता है, उसको भार लगता है ।
यह कथन बिलकुल सही है…
पहले यह विचार करना है, कि busy किसमें रहना है ।बुरे कामों में या अच्छे-अच्छे कामों में ।जीवन बदलने के लिए, जब तक अच्छे कामों मे busy रहेंगे, तब तक आपको आनंद की अनुभूति होती रहेगी एवं जीवन सार्थक होगा ।