जब भाव-मन पर आघात होता है तब उसका असर द्रव्य-मन पर भी हो जाता है, यही Heart Attack है|
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
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मुनि महाराज जी ने हार्ट अटैक का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है! अतः जीवन में भाव मन पर आघात से अपने को बचाने का प़यास करना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है!
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मुनि महाराज जी ने हार्ट अटैक का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है! अतः जीवन में भाव मन पर आघात से अपने को बचाने का प़यास करना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है!