Tag: लालमणी भाई

थोथी समृद्धि

सिक्कों की आवाज ज्यादा आती है, नोटों की नहीं । (धर्मेंद्र) सिक्कों में भी चांदी के सिक्कों की कम, सोने के सिक्कों की और भी

Read More »

पुरूषार्थ

पुरूष ( आत्मा ) के द्वारा किया गया कार्य, जिसका अर्थ व्यर्थ ना हो । श्री लालमणी भाई

Read More »

चारित्र

किसी को राह (चारित्र) दी, निगाह (श्रद्धा) छीन ली, किसी को दे निगाह, राह छीन ली। श्री लालमणी भाई

Read More »

वैभव

वैभव प्राय: भव्य जीवों के ज्यादा होता है । श्री लालमणी भाई

Read More »

आत्मघात

एक नाई लोगों की मालिश करते करते ऊब गया और दुःखी होकर कुंये में गिर कर अपनी जान दे दी । गिरने की आवाज सुन मेंढ़क

Read More »

परद्रष्टि

क्या आप सुबह सुबह दुसरे का घर साफ करने जाते हो ? यदि नहीं तो दुसरे के सुधारने में क्यों लगे रहते हो । श्री

Read More »

धर्म

अंधे को खीर खाने दी । अंधे ने पूछा – खीर कैसी होती है ? सफ़ेद । सफ़ेद कैसा होता है ? बगुले जैसा ।

Read More »

साता

साता में भी और-और की हाय में लगे रहना, क्या सोने में सुगंध ढूंढने की कोशिश नहीं है ? श्री लालमणी भाई

Read More »

मंगल आशीष

Archives

Archives
Recent Comments

March 15, 2010

May 2024
M T W T F S S
 12345
6789101112
13141516171819
20212223242526
2728293031