Tag: संजय
एहसास
सिर्फ़ एहसास बदल जाता है दुनिया में, वरना मोहब्बत और नफ़रत एक ही दिल से होती है । (श्री संजय)
मंदिर
एक मंदिर दरवाजे पर लिखी लाईन : “यहाँ उन सवालों के ज़बाब मिलते हैं, जिसके ज़बाब Google पर नहीं मिलते ।” (श्री संजय)
बड़ा/अच्छा
बड़ा आदमी होना अच्छी बात है, लेकिन अच्छा आदमी होना बड़ी बात है । (श्री संजय)
ज़िंदगी
कोई ख्वाईशों की चाह में रोया, तो कोई दु:खों की पनाह में रोया, अजीब सिलसिला है ये ज़िंदगी का , कोई विश्वास के लिये रोया,
खुशी/ग़म
एक ज़ोकर ने लोगों को एक ज़ोक सुनाया, सब लोग बहुत हँसे, उसने वही ज़ोक दुबारा सुनाया तो कम लोग हँसे, उसने वही ज़ोक फिर
श्रवण/स्मरण
धर्म श्रवण भले ही दो घड़ी के लिये करो, पर धर्म स्मरण तो हर समय करते रहो । ( श्री संजय )
क्षमादिवस
हमने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बड़ी धूमधाम से पर्युषण महापर्व मनाया और उत्तम क्षमा, मार्दव, आर्जव, शौच, सत्य, संयम, तप, त्याग, आकिंचन्य
पुण्य
वही पुण्य श्रेष्ठ, जिसके उदय में भगवान की याद/ सामीप्य बढ़े । वह पुण्य निकृष्ट है, जिसके आने पर भगवान को भूल जाये/दूरियां बढ़ें ।
सुख
यदि सुखी रहना चाहते हो तो आज से सभी जीव सुखी रहें यह विचार तो लाना, पर उन्हें प्रसन्न करने का विचार मत
Recent Comments