Tag: Dharmendra
बोल
September 7, 2010
इंसान को बोलना सीखने में 2 साल लग जाते हैं, लेकिन क्या बोलना है, ये सीखने में पूरी ज़िंदगी लग जाती है । (श्री धर्मेंद्र)
थोथी समृद्धि
March 15, 2010
सिक्कों की आवाज ज्यादा आती है, नोटों की नहीं । (धर्मेंद्र) सिक्कों में भी चांदी के सिक्कों की कम, सोने के सिक्कों की और भी
पुरुषार्थ
February 9, 2010
जो लोग ज्ञान को दूसरे के हाथ के चम्मच से लेते रहते हैं । अंत में उनके हाथ सिर्फ़ चम्मच ही रह जाता है ।
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