Tag: Favourite
प्रेरणा
ईश्वर “टूटी” हुई चीज़ों का इस्तेमाल कितनी ख़ूबसूरती से करता है … जैसे …. बादल टूटने पर पानी की फुहार आती है …… मिट्टी टूटने
अच्छाई / बुराई
जो “अच्छा” लगता है उसे ग़ौर से मत देखो, ..ऐसा न हो कोई “बुराई ” निकल आये… जो “बुरा” लगता है उसे ग़ौर से देखो..
प्रमाद
संसार में तो प्रमादी को भी लाभ हो सकता है, प्रमुखता पुण्य की है । लेकिन परमार्थ में प्रमादी प्रगति नहीं कर सकता । रत्नत्रय
अपेक्षा से दु:ख
एक मटका और गुलदस्ता साथ में खरीदा हो और घर में लाने के 3 दिन बाद 50 रुपये का मटका अगर फूट जाए तो हमें
शरीर / आत्मा
एक शिष्य ने अपने गुरूजी से पूछा – ” नष्ट होने वाले इस शरीर में, नष्ट ना होने वाली आत्मा कैसे रहती है ? ”
कश्मीर
फिर उड़ गयी नींद ये सोच कर,,, सरहद पर बहा वो खून मेरी नींद के लिये था…! 2) उम्र जन्नत में रह कर, उसे उजाड़ने
सत्य धर्म
कहते हैं “सत्य कड़वा होता है”, पर वास्तविकता यह है कि सत्य कड़वा हो ही नहीं सकता । यदि कड़वा होता तो भगवान तो सदैव
Sprituality / Standard of Living
Spritual development is inversely proportional to dependence on the world. If our inner growth is low, we need a high standard of living to feel
Recent Comments