अन्य मत अंग्रेजी दवा जैसे हैं,
वीतराग धर्म आयुर्वेद दवा, जो देर से असर दिखाती है पर बीमारी जड़ से खत्म कर देती है/पुनर्जन्म समाप्त ।
मुनि श्री सुधासागर जी
Share this on...
3 Responses
यह सत्य है कि दूनिया में अनेक मत है लेकिन यह अंग्रेजी दवा के रूप में है जबकि की वीतराग धर्म आयुर्वेद दवा के समान है जो देर से असर दिखाती है पर बीमारी जड़ से खत्म कर लेती है या वर्तमान जन्म समाप्त हो सकता है।
3 Responses
यह सत्य है कि दूनिया में अनेक मत है लेकिन यह अंग्रेजी दवा के रूप में है जबकि की वीतराग धर्म आयुर्वेद दवा के समान है जो देर से असर दिखाती है पर बीमारी जड़ से खत्म कर लेती है या वर्तमान जन्म समाप्त हो सकता है।
उपरोक्त कथन में पुनः जन्म लिख दिया गया है उसकी जगह वर्तमान जन्म पढ़ा जावे।
Corrected.