आचार्य श्री विघासागर महाराज जी एवं मुनि श्री प़णम्यसागर महाराज जी ने आहारक शरीर की परिभाषा बताई गई है वह पूर्ण सत्य है। Reply
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आचार्य श्री विघासागर महाराज जी एवं मुनि श्री प़णम्यसागर महाराज जी ने आहारक शरीर की परिभाषा बताई गई है वह पूर्ण सत्य है।
Kaunse समुद्घात me मनुष्यलोक के बाहर nahi जाते हैं ?
आहारक में दो मत हैं। कषाय, तैजस तथा वैक्रियक में नहीं जाते।
Okay.