ईश्वर का मतलब केवलज्ञान आदि सब ऐश्र्वर्य को प्राप्त करने वाले अर्हंत और सिद्ध परमात्मा कहलाते हैं। अतः जीवन मेंं ईश्वर बनने के लिए आख़री उम्मीद नहीं बल्कि पहले अपने पर भरोसा रखना आवश्यक होता है, इसके अतिरिक्त ईश्वर से मांगने की भावना नहीं होना चाहिए बल्कि उनके बताए हुए मार्ग पर चलना आवश्यक है।आप जो भी कार्य करते हो वह रिकॉर्ड होता रहता है, जिससे उसके परिणाम मिलता है।
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ईश्वर का मतलब केवलज्ञान आदि सब ऐश्र्वर्य को प्राप्त करने वाले अर्हंत और सिद्ध परमात्मा कहलाते हैं। अतः जीवन मेंं ईश्वर बनने के लिए आख़री उम्मीद नहीं बल्कि पहले अपने पर भरोसा रखना आवश्यक होता है, इसके अतिरिक्त ईश्वर से मांगने की भावना नहीं होना चाहिए बल्कि उनके बताए हुए मार्ग पर चलना आवश्यक है।आप जो भी कार्य करते हो वह रिकॉर्ड होता रहता है, जिससे उसके परिणाम मिलता है।