उत्तम तप धर्म
- तप यानि इच्छाओं का निरोध
जैसे चाय छोड़ना आसान है चाय की चाह छोड़ना मुश्किल, पहले चाह छोड़नी है तब चाय छोड़ें । - आचार्य श्री ने कहा – अपेक्षा निरोध: तप:
यानि लोगों से अपेक्षा नहीं रखें, वो तप हो गया । - तप तो संसार में भी करना पड़ता है, माँ को नौ माह गर्भ में, छात्र को, रोटी को, तो फिर सर्वोत्कृष्ट आत्मा को बिना तप के परमात्मा बनाना संभव है क्या ?
- बुराईओं से दूर रहते हैं
- पुण्यबंध होता है
- कर्म कटते हैं
- समाज में प्रतिष्ठा होती है
- और हमारी सामर्थ्य बढ़ती है
तप के बहुत फायदे हैं –