उत्तम सत्य
- चारों कषायों (क्रोध, मान, माया, लोभ) के समाप्त करने पर ही प्रकट होता है,
अन्यथा लाग-लपेट आ ही जाती है ।
- आज का धर्म अनाथों का नाथ है, सत्य Ultimate होता है ।
- सत्य को समझने के लिये गहराई में जाना होता है, ऊपर तो मगरमच्छ रहते हैं, मोती तो नीचे ही मिलते हैं ।
- एक ज़ज सा. के सामने बहुत पुराना Case आया ।
जल्दी निपटाने के लिये उन्होंने गुनहगार से कहा – मेरे प्रश्नों के हां या ना में ज़बाब देना ।
गुनहगार – पहले आप मेरे एक प्रश्न का ज़बाब दें – क्या अब आपने अपनी पत्नि को पीटना बंद कर दिया है ?
सत्य शब्दों की कैद में दम तोड़ देता है ।
सत्य तो अभिप्राय और अनुभूति का विषय है ।
- असत्य सफल होने के लिये सत्य की पोशाक पहन कर आता है ।
- सत्य 10 प्रकार का है ।
1. अक्षरात्मक
2.गणितात्मक – जैसे 2+2 हमेशा ही 4 होंगे ।
ये दोनौं सत्य जानवरों को नहीं मालूम होते ।
3. भौगोलिक – जैसे दुनिया गोल है ।
4. घटनात्मक – जैसे महावीर भगवान ने 2600 साल पहले मोक्ष प्राप्त किया था ।
5. ऐतिहासिक
6. जातीय – जैन जाति में पैदा हुये तो उनकी परंपरा को निभाना सत्य है ।
7. व्यवहारिक – संसार चलाने के लिये ज़रूरत होती है, झूठ होते हुये भी समाज की स्वीकृति मिली हुई है ।
8. ज्योतिष्क – इसका आगम में वर्णन है । जिसको जितना ज्ञान, उतने प्रतिशत सत्य भविष्यवाणी ।
9. सैद्धांतिक – जैसे मोक्ष परिग्रह के पूर्ण त्याग से ही होता है ।
10. आध्यात्मिक – यह गूंगे की मिठास की अनुभुति जैसा है ।
- एक महिला कब्र को हवा कर रही थी । लोगों ने समझा बहुत पतिव्रता है ।
पूछने पर पता लगा कि वसीयत में लिखा है कि जब तक कब्र सूख नहीं जाती उसे वसीयत का पैसा नहीं मिलेगा ।
आंखो से देखा हुआ भी जरूरी नहीं सत्य ही हो ।
- सत्य ब्रम्हचारी होता है, इसके संतान नहीं होती, अकेला होता है ।
झूठ वैसाखी के सहारे चलता है, सत्य अपने पैरों पर ।
- एक मुलज़िम ज़ज के सामने पेश किया गया ।
ज़ज ने पूछा – तुमने हिंसा, चोरी, कुशील क्या किया ?
मुलज़िम ने कहा – कुछ नहीं ।
फिर पुलिस क्यों पकड़ के लाई है ?
ज़बाब – मुझ में एक ही गंदी आदत है, झूठ बोलने की ।
एक झूठ में सारी बुराईयां निहित हो जाती हैं ।
- एक बहेलिया ने ज़िंदा चिड़िया का बच्चा हाथ में लेकर गुरू से पूछा –
चिड़िया ज़िंदा है या मरी हुई ?
गुरू – मरी हुई । - बहेलिया ने गुरू को गलत सिद्ध करने के लिये हाथ खोला और बच्चे की जान बच गई ।
किसी के उपकार में बोला गया झूठ भी सत्य होता है ।
- तीन प्रकार के लोग होते हैं ।
1. सच से लेना देना नहीं – सामान्य आदमी, सुनते पढ़ते तो हैं पर आचरण में नहीं लाते ।
2. सत्य से लेना नहीं, पर देना – कुछ पंड़ित/प्रवचनकार ।
3. सत्य से लेना भी और देना भी – साधू ।
- 5 दुर्गुणों की वजह से झूठ बोला जाता है –
1. क्रोध में
2. लोभ में
3. ड़र से
4. हास्य में
5. ज्यादा बोलने से ।
- सत्य कड़वा नहीं होता,
जैसे बुखार आने पर खाना अस्वाद लगता है ।
मुनि श्री सौरभसागर जी