औकात

कबाड़ी ने कबाड़ सामान खरीदते समय एक भगवान का फोटो निकाल दिया।
कारण ?
आप बड़े आदमी है, आप भगवान को बेच सकते हैं, मैं तो गरीब जादमी हूँ, भगवान को खरीदने की मेरी औकात कहाँ!!

(सुरेश)

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One Response

  1. श्री सुरेश जी ने औकात का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में अपने औकात का आंकलन करना परम आवश्यक है।

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