कंजूसी
घर में हवन हो रहा था । पति को घी डालना था और पत्नि को सामग्री।
दोनों बहुत थोड़ा-थोड़ा डाल रहे थे । हवन पूरा हो गया, बहुत सारा घी और सामग्री बच गयी।
अंत में पंड़ित ने कहा बचा हुआ घी और सामग्री हवन में डाल दो, कुछ बचाना नहीं चाहिये।
पूरा सामान डालते ही कमरा आग/धुँए से भर गया।
Moral : अनुपात से उपयोग करें । अंत में जो बचेगा उसे तो स्वाहा होना ही है।
(दिव्या)
One Response
यह कथन बिलकुल सत्य है। आपने जो कुछ धन कमाया है उसको छोड़कर ही जाना है। अतः आपने जो अजिॅत किया है उसका सदुपयोग करना चाहिए। कंजूस कमाता है लेकिन उसका सदुपयोग नहीं करता है।