कल्पवृक्ष एकेंद्रिय होता है, तो वह इच्छायें कैसे जान लेता है ?
उसका स्वभाव होता है जैसे sensor का, वह तो अजीव ही होता है।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
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4 Responses
कल्पवृक्ष का तात्पर्य तो जीवों को अपनी मन बांछित वस्तुएं दिया करते हैं,भोग भूमि कई तरह के होते हैं। अतः मुनि महाराज जी का कथन सत्य है कल्पवृक्ष एकेंद़िय होते हैं,वह उनका स्वभाव होता है और वह तो अजीव होते हैं।
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कल्पवृक्ष का तात्पर्य तो जीवों को अपनी मन बांछित वस्तुएं दिया करते हैं,भोग भूमि कई तरह के होते हैं। अतः मुनि महाराज जी का कथन सत्य है कल्पवृक्ष एकेंद़िय होते हैं,वह उनका स्वभाव होता है और वह तो अजीव होते हैं।
Yahan par ‘अजीव’ word, ‘sensor’ ke liye use kiya hai, kya ?
हाँ
Okay.