भगवानों तक ने सैकड़ों सालों तक कैसी-कैसी विपत्तियाँ झेलीं/ कर्मों से युद्ध करते रहे,
और उनके भक्त कुछ महीनों के कोरोना से घबराने/डरने लगे !
आचार्य श्री विद्यासागर जी
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One Response
उक्त कथन सत्य है कि इस समय जो सक़मण फैला हुआ/ आजकल सभी दुनिया में खलबली मची है लेकिन इसमें घबराने और डरने की आवश्यकता नहीं है।यह सब कर्मों के नियत है।जब भगवानों पर भंयकर उपसर्ग हुए थे लेकिन उन्होंने अपना धेर्य नहीं छोड़ा और अपने कर्मों का विनाश किया था।
अतः सभी प्राणी को चाहिए कि घबराने व डरने का भाव नहीं करना चाहिए बल्कि सभी को अपने अपने कर्मों का विनाश करने के लिए धर्म ध्यान करना चाहिए ताकि इस सक़मण रोग से मुक्ति मिल सकती हैं।
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उक्त कथन सत्य है कि इस समय जो सक़मण फैला हुआ/ आजकल सभी दुनिया में खलबली मची है लेकिन इसमें घबराने और डरने की आवश्यकता नहीं है।यह सब कर्मों के नियत है।जब भगवानों पर भंयकर उपसर्ग हुए थे लेकिन उन्होंने अपना धेर्य नहीं छोड़ा और अपने कर्मों का विनाश किया था।
अतः सभी प्राणी को चाहिए कि घबराने व डरने का भाव नहीं करना चाहिए बल्कि सभी को अपने अपने कर्मों का विनाश करने के लिए धर्म ध्यान करना चाहिए ताकि इस सक़मण रोग से मुक्ति मिल सकती हैं।