खेती
“मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती…”
यानी खेती वह जिसमें हीरे मोती पैदा होते हों।
मछली आदि की खेती कैसे हो गयी ?
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
“मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती…”
यानी खेती वह जिसमें हीरे मोती पैदा होते हों।
मछली आदि की खेती कैसे हो गयी ?
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
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2 Responses
मुनि श्री प़णम्यसागर महाराज जी ने खेती का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। भगवान् श्री आदिनाथ जी ने सर्व प़थम खेती कार्य की शुरुआत हुई थी। इसमें खाद देशी देना चाहिए ताकि बीमारीयों से बचा सकता है।
खेती वहां पर होती है
जहां पे धरती होती है।
जल जीवन का दाता है
वहां न खेती होती है ।।