गुणग्राही
गुण अवगुण सब में होते हैं।
महत्त्वपूर्ण है कि पहली दृष्टि हमारी गुणों पर पड़ती है या अवगुणों पर। यदि गुणों पर है तो हम गुणग्राही होंगे, अपने गुणों की वृद्धि करेंगे।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
गुण अवगुण सब में होते हैं।
महत्त्वपूर्ण है कि पहली दृष्टि हमारी गुणों पर पड़ती है या अवगुणों पर। यदि गुणों पर है तो हम गुणग्राही होंगे, अपने गुणों की वृद्धि करेंगे।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि गुण अवगुण सभी मनुष्य के होते हैं। अतः मुनि महाराज जी का कथन सत्य है कि महत्वपूर्ण यह है कि हमारी द्वष्टि किस पर पड़ती है, यदि गुणों पर है तो हम गुणग़ाही होंगे एवं गुणों की वृद्धि होती रहेगी। अतः जीवन सफल करना है तो गुणों को ग़हण करना आवश्यक है ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।