घड़ी
दो प्रकार की –
1. कलाई की
2. मुसीबत की
मुसीबत की खराब होने पर थोड़े समय में ठीक होगी ही ।
कलाई वाली ठीक हो भी या ना भी हो ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
दो प्रकार की –
1. कलाई की
2. मुसीबत की
मुसीबत की खराब होने पर थोड़े समय में ठीक होगी ही ।
कलाई वाली ठीक हो भी या ना भी हो ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
One Response
उक्त कथन सत्य है कि घड़ी दो प्रकार की होती है 1 कलाई की एवं दूसरी मुसीबत की होती है।कलाई की घड़ी ठीक-ठाक हो सकतीं हैं यदि न भी हो तो कोई समस्या नहीं होती है। लेकिन मुसीबत की घड़ी में जो खड़ा रहता है और समस्या को समाधान करता है वही अपना उद्धार कर सकता हैं।