तिलोइपणत्ति के अनुसार एक प्राकृतिक आपदा (भोगभूमि से कर्मभूमि आते समय पृथ्वी एक योजन(योजन बराबर 2000 कोस) ऊपर उठ गई थी। उससे पृथ्वी गोल हो गई होगी।
(मुनि श्री प्रमाण सागर जी भी ऐसा ही बताते हैं)
आर्यिका श्री पूर्णमति माता जी(22 नवंबर)
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आर्यिका श्री पूर्णमती माता जी ने जैन भूगोल को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है।
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आर्यिका श्री पूर्णमती माता जी ने जैन भूगोल को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है।