संयम लेते ही तीर्थंकरों के सर्वावधिज्ञान हो जाता है।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
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4 Responses
मुनि श्री प़णम्यसागर महाराज जी ने तीर्थंकरों के अवधि ज्ञान का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः श्रावकों को भी संयम धारण करना चाहिए ताकि देश का कल्याण हो सकता है।
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मुनि श्री प़णम्यसागर महाराज जी ने तीर्थंकरों के अवधि ज्ञान का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः श्रावकों को भी संयम धारण करना चाहिए ताकि देश का कल्याण हो सकता है।
‘सर्वावधिज्ञान’ ka kya meaning hai, please ?
उत्कृष्ट।
Okay.