दिल / दिमाग

दिमाग को खूब पढ़ाना,
पर दिल को अनपढ़ ही रखना;
ताकि भावनाओं को समझने में हिसाब-किताब न करे।

(एकता-पुणे)

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One Response

  1. दिल दिमाग का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में भावनाओं की कद्र करके ही अपने दिल में रखना परम आवश्यक है ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है, दिमाग में गलत भावनाओं को नहीं रखना चाहिए।

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