द्रव्य/ गुण/ पर्याय

द्रव्य तथा गुण पृथक नहीं।
पर्याय गुण की भी जैसे केवल ज्ञान,
पर्याय द्रव्य की भी जैसे सिद्ध भगवान।

मुनि श्री प्रणम्यसागर जी (शंका समाधान– 36)

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4 Responses

  1. मुनि श्री प़णम्यसागर महाराज जी ने द़व्य, गुण, पर्याय को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है।

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