आदिनाथ भगवान ने आजीविका के लिये असि, मसि, कृषि, विद्या, वाणिज्य और शिल्प ये 6 तरीके बताये हैं, पर नौकरी नहीं बताई।
दास-दासी को परिग्रह बता दिया (न दास बनो, न बनाओ)।
मुनि श्री सुधासागर जी
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मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने नौकरी का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में नौकरी नहीं करना चाहिए बल्कि अपना स्वयं का व्यापार करना उत्तम होगा। नौकरी वाला दास बन जाता है।
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मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने नौकरी का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में नौकरी नहीं करना चाहिए बल्कि अपना स्वयं का व्यापार करना उत्तम होगा। नौकरी वाला दास बन जाता है।