चिंतन में पर को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए पर को छोड़कर परमार्थ को अपनाना परम आवश्यक है। Reply
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चिंतन में पर को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए पर को छोड़कर परमार्थ को अपनाना परम आवश्यक है।