पाप / पुण्य
हस्तिनापुर पापियों की राजधानी, जो पहले समृद्ध थी, वह आज गाँव है।
इन्द्रप्रस्थ पुण्यात्माओं की राजधानी, आज देश की राजधानी है (दिल्ली)।
निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
हस्तिनापुर पापियों की राजधानी, जो पहले समृद्ध थी, वह आज गाँव है।
इन्द्रप्रस्थ पुण्यात्माओं की राजधानी, आज देश की राजधानी है (दिल्ली)।
निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
One Response
मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने पाप एवं पुण्य की तुलना की गई है वह पूर्ण सत्य है । अतः जीवन में पापों का त्याग करना चाहिए बल्कि पुण्य की प़ाप्ती करना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।