पूजा

भगवान महावीर मुनि अवस्था में विहार करते हुए एक खंडहर में ध्यान मग्न हो गये। बरसात होने लगी, उनके सिर पर पानी की धार पड़ने लगी। एक व्यक्ति ने देखा, वह दौड़ता हुआ पास के मंदिर में से भक्तों को बुलाने पहुँचा जहाँ बड़ी पूजा का आयोजन हो रहा था। भक्तों ने उसे भगा दिया ताकि उनकी पूजा पूरी हो जाये।
उस व्यक्ति ने आकर महावीर के पैर पकड़ लिये,
हे ! संत आपकी पूजा कब होगी ?
आकाशवाणी हुई → जब ये पत्थर के हो जायेंगे।

ब्र.डॉ.नीलेश भैया

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4 Responses

  1. पूजा का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। भगवान् जब पत्थर में सूर्य मंत्र देकर प्रतिष्ठित किया जाता है, उसके उपरांत ही पूजा की जाती है।

    1. क्रियायों को बहुत महत्व दिया जाता है। सजीव मुनि/ गुरु को कम, भावनाओं को कम।

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