प्रणाम
प्रणाम 3 प्रकार के →
1. पंच प्रणाम → घुटने मोड़े, हाथ जोड़े, सिर झुका लिया।
2. षट प्रणाम → घुटने मोड़े, हाथ जोड़े, सिर जमीन पर लगाया।
3. दंडवत → जमीन पर लेट कर।
मुनि श्री प्रणामसागर जी
प्रणाम 3 प्रकार के →
1. पंच प्रणाम → घुटने मोड़े, हाथ जोड़े, सिर झुका लिया।
2. षट प्रणाम → घुटने मोड़े, हाथ जोड़े, सिर जमीन पर लगाया।
3. दंडवत → जमीन पर लेट कर।
मुनि श्री प्रणामसागर जी
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4 Responses
मुनि श्री प़माणसागर महाराज जी ने प़णाम के उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में इन तीनों प़णाम में करना परम आवश्यक है ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।
2nd waale pranaam ko ‘षट प्रणाम’ kyun kaha gaya hai ?
सिर झुकाया एक एक्शन, सिर जमीन पर लगाया दूसरा एक्शन।
Okay.