1. बिजली उत्पादन में हिंसा ।
2. बिजली जलने/बंद होने में अग्निकायिक/बादर जीवों की हिंसा ।
3. बिजली जलाने पर पतंगे आदि 4 इंद्रिय जीव आकर्षित होकर मर जाते हैं ।
4. जिस चौके में बिजली जलाने की ज़रूरत पड़ी, उसमें आहार बनाते समय भी हिंसा हुई होगी ।
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अंतराय का मतलब वृत्ति और साधुओं के आहार में नख,केश, चींटी या किसी प्रकार की हिंसा आदि के कारण से बाधा उत्पन्न हो जाना होता है। उपरोक्त कथन सत्य है कि बिजली उत्पादन में हिंसा, बिजली जलाने या बंद होने पर अग्निकायिक बादर जीवों की हिंसा, इसके अलावा बिजली जलाने पर पतंगे आदि चार इन्द्रिय जीव आकर्षित होकर मर जाते हैं, इसके अतिरिक्त जिस चौके में बिजली जलाने की जरुरत पड़ी,तो उसमें आहार बनाने में भी हिंसा हुई होगी। अतः मुख्य बात हिंसा का उपयोग नहीं होना चाहिए ।
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अंतराय का मतलब वृत्ति और साधुओं के आहार में नख,केश, चींटी या किसी प्रकार की हिंसा आदि के कारण से बाधा उत्पन्न हो जाना होता है। उपरोक्त कथन सत्य है कि बिजली उत्पादन में हिंसा, बिजली जलाने या बंद होने पर अग्निकायिक बादर जीवों की हिंसा, इसके अलावा बिजली जलाने पर पतंगे आदि चार इन्द्रिय जीव आकर्षित होकर मर जाते हैं, इसके अतिरिक्त जिस चौके में बिजली जलाने की जरुरत पड़ी,तो उसमें आहार बनाने में भी हिंसा हुई होगी। अतः मुख्य बात हिंसा का उपयोग नहीं होना चाहिए ।