भगवान
जब भगवान हर जगह है तो मंदिर क्यों जायें ?
भगवान हर जगह हैं कहाँ ?
हाँ ! हर जीव भगवान बन सकता है।
जैसे कलेक्टर हर जगह नहीं है। हाँ ! हर व्यक्ति कलेक्टर बन सकता है।
निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
जब भगवान हर जगह है तो मंदिर क्यों जायें ?
भगवान हर जगह हैं कहाँ ?
हाँ ! हर जीव भगवान बन सकता है।
जैसे कलेक्टर हर जगह नहीं है। हाँ ! हर व्यक्ति कलेक्टर बन सकता है।
निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
4 Responses
मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने भगवान् को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। प़तेक की आत्मा भगवान बन सकती है। अतः जीवन के कल्याण के लिए देव, शास्त्र, गुरुओं पर श्रद्धान करना परम आवश्यक है।
भगवान हर जगह nahi hote hain ? Ise clarify karenge, please ?
जैन दर्शन में तो भगवान या तो सिद्धालय में होते हैं या दुखमा-सुखमा काल में। इस अपेक्षा से कहा कि भगवान हर जगह नहीं होते हैं, वर्तमान को ध्यान में रखते हुए।
Okay.