भगवान से मिलन

मैं खोज रहा था प्रभु को वे खोज रहे थे मुझे। अचानक एक दिन मिल गए।
न मैं झुका, न वे झुके। न वे बड़े थे, न मैं लघु था।
एक आवरण मुझे उनसे विभक्त किए था, वह हटा और मैं भगवान बन गया।
अपने से नाता जोड़ लो फिर किसी और को खोजने की जरूरत नहीं।

मुनि श्री प्रमाणसागर जी

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One Response

  1. मुनि श्री प़माणसागर महाराज जी ने भगवान् से मिलन का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः भगवान् से मिलना है तो आत्मा को जानने का प़यास करना चाहिए ताकि आत्मा से भगवान् बनने में समर्थ हो सकते हैं।

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