मन
मन से किया गया कार्य अच्छा होता है, मालिक प्रवृत्ति का होता है ।
मन का किया गया कार्य दु:ख देता है, सेवक प्रवृत्ति का होता है ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
मन से किया गया कार्य अच्छा होता है, मालिक प्रवृत्ति का होता है ।
मन का किया गया कार्य दु:ख देता है, सेवक प्रवृत्ति का होता है ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी