धरती फाटै मेघ मिलै,
कपडा फाटै डौर,
तन फाटै को औषधि,
मन फाटै नहिं ठौर ।
(सुरेश)
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यह कथन सत्य है कि मन का इलाज करना बहुत कठिन है।धरती फटने पर मेघ मिल जाते हैं, कपडा फट जाता है तो उसका सुधार हो जाता है, यदि तन यानी शरीर में कुछ बीमारी हो जाती है तो उसकी औषधि मिल जाती है ,लेकिन मन खराब हो तो उसका इलाज आसान नहीं है।अतः मन को नियंत्रण करने के लिए ध्यान, सकारात्मक सोच होना आवश्यक है।
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यह कथन सत्य है कि मन का इलाज करना बहुत कठिन है।धरती फटने पर मेघ मिल जाते हैं, कपडा फट जाता है तो उसका सुधार हो जाता है, यदि तन यानी शरीर में कुछ बीमारी हो जाती है तो उसकी औषधि मिल जाती है ,लेकिन मन खराब हो तो उसका इलाज आसान नहीं है।अतः मन को नियंत्रण करने के लिए ध्यान, सकारात्मक सोच होना आवश्यक है।