मिश्र-गुणस्थान में कार्मण-काययोग
मिश्र-गुणस्थान में कार्मण-काययोग क्यों नहीं ?
मिश्र-गुणस्थान पर्याप्तक के ही होता है क्योंकि इसमें मरण नहीं होता है,
और कार्मण-काययोग विग्रहगति और अपर्याप्तक अवस्था में ही होता है,
श्री धवला जी के अनुसार अपर्याप्तक के मिश्र-गुणस्थान उत्पन्न नहीं होता है ।
इसलिये तीसरे गुणस्थान में कार्मण-काय योग नहीं होता है ।
पं श्री मुख्तार जी