रसना को नागिन क्यों कहा ?
इसी के चक्कर में आकर Overeating करके पेट/ सेहत में ज़हर घोलते हैं।
इसी से ज़हरीले वचन निकलते हैं और बोलकर मुँह रूपी बिल में नागिन की तरह छुप जाती है।
चिंतन
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चिंतन में रसना को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए रसना पर नियंत्रण रखना परम आवश्यक है।
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चिंतन में रसना को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए रसना पर नियंत्रण रखना परम आवश्यक है।